सुन्हेरसिंह ताराम ने तीन दशक पुरानी पत्रिका “गोंडवाना दर्शन” से बदला कोइतुर-आदिवासी विमर्श
सन 1916, कोईतूर सामाजिक आंदोलन के इतिहास में एक महत्वपूर्ण दौर की शुरुवात थी, जिसमें कोईतूर समाज के बुद्धिजीवियों द्वारा
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Read moreWith the founding of the Gondwana Mahasabha by the Koitur intellectuals, the year 1916 marked the beginning of a historic
Read moreगोंडवाना दर्शन मासिक पत्रिका के संस्थापक संपादक रहे सुन्हेरसिंह ताराम का निधन बीते 7 नवंबर 2018 को हो गया। गोंडी
Read moreSunher Singh Taram passed away on 7 November 2018 after a short illness. Taram was a scholar of extraordinary brilliance who
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