“धुमकुड़िया—एक आदिवासी संवाद श्रृंखला” अपने चौथे सम्मेलन के लिए शोध पत्र आमंत्रित करती है

– धुमकुडिया टीम धुमकुड़िया, उराँव जनजाति के बीच एक पारम्परिक शैक्षणिक संस्थान है। आदिवासी के उद्भव से लेकर आज तक आदिवासी

Read more

छत्तीसगढ़ के प्रसिद्ध लोकगीत गोंडवानी का परिप्रेक्ष्य और इतिहास

फ़ोटो: गोंडवानी गायक बलराम व्याम (Sahapedia). लोकगीत को आदिवासी समाज पुरखागीत या पुरखौती गीत कहता है. पुरखौती गीत की सबसे

Read more

सुन्हेरसिंह ताराम ने तीन दशक पुरानी पत्रिका “गोंडवाना दर्शन” से बदला कोइतुर-आदिवासी विमर्श

सन 1916, कोईतूर सामाजिक आंदोलन के इतिहास में एक महत्वपूर्ण दौर की शुरुवात थी, जिसमें कोईतूर समाज के बुद्धिजीवियों द्वारा

Read more