बदलाव
बदलाव मैं पिछले सात साल से पढ़ाई और फिर नौकरी के सिलसिले से बाहर रहती हूं। छुट्टियों में जब
Read moreफ़ोटो: गोंडवानी गायक बलराम व्याम (Sahapedia). लोकगीत को आदिवासी समाज पुरखागीत या पुरखौती गीत कहता है. पुरखौती गीत की सबसे
Read moreफ़ोटो : Madhu Dhurve जैसा की आप जानते ही हैं, 2020 कोरोना महामारी का जो दौर था हमारी पूरी दुनिया
Read moreघर को जा रही थी सर पर टोकरा डाल कर, सोचा नदी किनारे थोड़ा वक़्त गुज़ार लूँ । छोटी के
Read moreफोटो : बुधियारमारी गांव की महिला बुधनी महुवा सुखाते हुए. (तामेश्वर सिन्हा) “मैं यहां जो महुवा सूखा रही हूँ, इसके
Read moreकोईतुर या गोंड समाज भारत के प्राचीनतम समुदायों में से एक है और इसकी अपनी स्वतंत्र संस्कृति और धर्म है. इसका
Read moreउसने देखा उपर छत था न छतरी जमीन पर लचार पिता पड़े थे इक आस बंधी थी आंखों में कोई
Read more17 जून 2020 को झारखंड मंत्रिमंडल की एक अहम बैठक हुई जिसमें झारखंड वनोपज (अभिवहन का विनियमन) नियमावली 2020 को
Read moreCOVID -19 या कोरोनावायरस महामारी ने विश्व भर में संकट की स्थिति पैदा कर दी है, जिसमें अब तक तीन लाख
Read moreफ़ोटो : तुरी समुदाय का एक व्यक्ति 1996 में बांस की टोकरी बुनता हुआ. (बीजू टोप्पो द्वारा) COVID-19 महामारी से
Read more