पेड़ -लताओं के हुल
- वक्त तो है! - May 1, 2019
- पेड़ -लताओं के हुल - March 15, 2019
- पेट की आग से धुँआ निकलता नहीं - March 14, 2019
अब जंगल -पर्वतों में
पलाश फूल खिला है
लाल अति सुन्दर
जैसे कोई
हुल का आग
जलाया है
देश के हर कोने में
जंगल -पर्वतों के
पेड़ -लताएं
अब खड़े हुए हैं
सर ऊँचा कर
बन्द मुट्ठी को
आसमान की ओर
दिखाकर
मनुष्यों को होशियार कर रहे हैं
जो षड़यन्त्र चल रहा है
उन्हे उजाड़ने की
मनुष्यों के मन में
श्रेष्ठ होने की जो चाहत
फल -फूल रहा है
उसके खिलाफ ही
पेड़ और लताएं
हुल का आरम्भ किया है
सिदो-कान्हुोँ
के जैसा हुल
इसलिए तो
अब
पहाड़-पर्वतों के
पेड़ -लताओं मे
हुल के रंग
लाल लगा हुआ है|
फोटो : Soumava Roy