कुविताएँ और आदिवासी
- कुविताएँ और आदिवासी - April 9, 2019
आदिवासी
पहाड़ो पर रहते हैं
छोटा नागपुर से एंडीज तक
मकलू मुर्मू से रिगोबरता मंचू तक
उनके नीचे मैदानों में
सभ्यता के मंचो पर
सभ्यता का सुख भोगता हुआ
गैसलाइट का माहिर
आदिवासी को आदि से हटा वन में रखता
आरएसएस की तर्ज पर वनवासी जंगल वासी
जंगली करार देता
इतिहास को बेदखल कर भूगोल रखता हुआ
गो कि इतिहास में स्थित हैं
आदिवासी के विरुद्ध उसके पूर्वजो के गुनाह!
आदिवासी को
असभ्यता के फायदे गिनाता
भाषा -विनोद -प्रिय -कुमार -शुक्ल -कवि
रहता है
पहाड़ो और नैतिकता
के बहुत बहुत
नीचे स्थित
कवि
आदिवासी के “ऊपर” कुविताएँ
लिख-ता है
फोटो : रिचर्ड टोप्पो